छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत व कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना महंत ने पेरिस ओलंपिक खेलों में ब्रांज मेडल जीतने पर इंडियन हाकी टीम को अपनी शुभकामनाएं दी है। डॉ. महंत ने कहा कि आज गुरुवार को स्पेन के विरुद्ध भारतीय हॉकी टीम ने पूरे उत्साह से शानदार मैच का प्रदर्शन किया, सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है और भारत की टीम ने शानदार मैच का प्रदर्शन दिखाते हुए देश की उम्मीदों व प्रतिष्ठा को विश्व पटल में बनाये रखने में सफल हुआ है, पेरिस ओलंपिक में खेले गए अपने सभी मैचों में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। डॉ. महंत ने इसके लिए टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह सहित सभी भारतीय खिलाड़ियों को भी बधाई दी है !
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संसदीय क्षेत्र में रेल सुविधाओं के लिए केन्द्रीय मंत्री से मिलीं कोरबा सांसद
कोरबा-गेवरा रोड तक पूर्व की तरह यात्री ट्रेन चलाने का आग्रह
कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर कोरबा जिला सहित संसदीय क्षेत्र में यात्री सुविधाओं के संबंध में मांग पत्र सौंपा है।
सांसद ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि करीब साल भर से कोरबा-गेवरा रोड के बीच यात्री ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है। कोरबा-कुसमुंडा और गेवरारोड के बीच की सडक़ अत्यंत ही जर्जर है जिससे कुसमुंडा, गेवरा की ओर जाने वाले यात्रियों को अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए तत्काल प्रभाव से कुछ यात्री ट्रेनों को गेवरा रोड तक पूर्व की तरह चलाया जाए।
सांसद ने रेल मंत्री से मांग की है कि कोरबा रेल्वे स्टेशन, चाम्पा रेल्वे स्टेशन, सक्ती रेल्वे स्टेशन नैला रेल्वे स्टेशन में बिस्तरयुक्त प्रतिक्षालय का निर्माण व कोरबा, चाम्पा, सक्ती में विकलांगों, वृद्धजनों, महिलाओं व अन्य को एक प्लेट फार्म से दूसरे प्लेट फार्म में जाने हेतु रैम्प का निर्माण किया जाना चाहिए। सारागांव रेल्वे स्टेशन का जीर्णोद्धार व सर्व सुविधायुक्त बनाया जाये, सक्ती में फुट ओवर ब्रिज में एस्कलेटर की आवश्यकता एवं उच्च स्तरीय वेटिंग हॉल निर्माण, सक्ती रेल्वे स्टेशन में शेड निर्माण, यूरिनल, पेय जल एवं अन्य यात्री सुविधा का विस्तार किया जाए। सांसद ने रेल मंत्री से कहा कि औद्योगिक नगरी कोरबा को जोडऩे वाले चाम्पा रेल्वे स्टेशन में 128601/12859 गीतांजली एक्सप्रेस, 20471/20472 बीकानेर-पुरी का ठहराव दिया जाये, सक्ती में नगरवासियों की बहुप्रतिक्षित मांग गोंडवाना एक्सप्रेस का स्टापेज सुनिश्चित किया जाए।
0 रद्द की गई यात्री ट्रेनों को नियमित चलाने की मांग
रेल संघर्ष समिति कोरबा के द्वारा सांसद को ज्ञापन सौंपकर यात्री सुविधाओं के संबंध में मांग की गई है जिस पर सांसद ने समस्याओं से रेल मंत्री को बताया है कि त्योहारों, छुट्टियों, शादी-ब्याह के अवसरों में रेलवे बिना बताए, बिना कारण के यात्री ट्रेनों को रद्द कर देती है। महिने पहले यात्रा की योजना बनाकर रिजर्वेशन कराने वाले यात्री रेलवे की इस मनमानी से परेशान है। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली सैंकड़ों यात्री ट्रेनों को अनेकों बार महिनों तक के लिए रद्द किया गया है। इसका कारण मेन्टेनेंस बताया जाता है जबकि उन्हीं ट्रैकों पर यात्री ट्रेनों से 50 गुना अधिक क्षमता वाली मालवाहन ट्रेनें चलाई जाती है। कोरबा से कई यात्री ट्रेनों को बंद कर दिए जाने के कारण समस्याएं हो रही है जिन्हें पुन: प्रारंभ करना चाहिए।
0 5 दिन पूर्व सूचना देने रेल मंत्री ने किया आश्वस्त
सांसद द्वारा ट्रेनों को बिना सूचना बार-बार रद्द किए जाने के संबंध में अवगत कराने पर केन्द्रीय रेल मंत्री ने आश्वस्त किया है कि भविष्य में ट्रेनों के रद्द करने पर 5 दिन पूर्व इस संबंध में सूचना आम लोगों को जारी किए जाने की व्यवस्था की जाएगी। यात्री सुविधाओं व ट्रेनों के मामले में भी रेल मंत्री ने उचित कार्यवाही का आश्वासन सांसद को दिया है। -
जेमको कंपनी स्थानीय लोगों को नहीं दे रही रोजगार, होगा आंदोलन – विशाल अग्रवाल भाजपा नेता दीपका
भारतीय जनता पार्टी दीपका के युवा नेता पूर्व विधायक प्रतिनिधि विशाल अग्रवाल ने एसईसीएल दीपका/गेवरा क्षेत्र महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में पूर्व विधायक प्रतिनिधि विशाल अग्रवाल ने अवगत कराया है कि दीपका/गेवरा क्षेत्र में मेंटनेंस एवं ऑपरेशन के कार्य में जेम्को नामक प्राइवेट कंपनी नियोजित है जो दीपका एवं गेवरा खदान में कार्य कर रही है एवं प्रतिमाह करोड़ों का लाभ कमा रही है। इस कंपनी में दीपका नगर पालिका क्षेत्र के स्थानीय बेरोजगारों एवं खदान प्रभावित को रोजगार उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। जिन लोगों को ठेका पद्धति में रोजगार उपलब्ध करवाया गया है उनको भी मानक दर से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। महाप्रबंधक से अनुरोध किया गया है कि उक्त नियोजित कंपनी में बेरोजगार युवकों को रोजगार एवं उचित मानक वेतन प्रदान कराया जाए अन्यथा जेमको कंपनी में विरोध प्रदर्शन करते हुए काम बंद करवाया जाएगा, जिसकी पूरी जवाबदारी प्रबंधन की रहेगी।
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हरेली तिहार की डॉ. महंत व सांसद ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत व कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को हरियाली अमावस्या को मनाए जाने वाला लोकपर्व हरेली तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि हरेली तिहार सभी के लिए खुशियां और समृद्धि लेकर आए। हरेली तिहार के लिए अपने शुभकामना संदेश में डॉ. महंत व कोरबा सांसद ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति यहां के उत्सवों में प्रमुखता से दिखाई देती है। छत्तीसगढ़ का लोक तिहार हरेली छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में रचा-बसा खेती-किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है। इसमें अच्छी फसल की कामना के साथ खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा की जाती है। इस दिन धरती माता की पूजा कर हम भरण पोषण के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के लोक पर्व हरेली का उत्साह और उमंग अब विदेशों में भी रंग जमाने लगा है। देश-विदेश में रह रहे भारतीय हर साल इसे उत्साह से मनाकर अपनी संस्कृति को दूर-दूर तक पहुंचा रहे हैं।
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महिलाओं के खाते में आ रहा है सांय-सांय पईसा
रायपुर, /छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना के लागू होने के साथ ही महिलाओं में नया आत्मविश्वास दिख रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा शुरू की गई महतारी वंदन योजना की लोकप्रियता शहरों के साथ-साथ गांवों में भी दिख रही है। राज्य में नई सरकार के गठन के साथ ही महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई इस योजना से राज्य के 70 लाख विवाहित महिलाओं को इसका लाभ छह माह से मिल रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू किए गए इस महत्वाकांक्षी योजना में 21 वर्ष से अधिक उम्र की विवाहित महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाओं के मोबाइल में मेसेज आते ही परिवार के बच्चे खुशी से कह उठते हैं कि हमर मोबाइल में सांय-सांय पईसा आवत हेे। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन को सटीक और बेहतर बनाने के लिए महतारी वंदन योजना एप्प जारी किया गया है। महतारी वंदना योजना का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है, ताकि उन्हें रोजगार, शिक्षा, आर्थिक तरक्की के बराबरी का मौके मिल सके, जिससे वह सामाजिक स्वतंत्रता और तरक्की प्राप्त कर सके। यह वह तरीका है, जिसके द्वारा महिलाएँ भी पुरुषों की तरह अपनी हर आकंक्षाओं को पूरा कर सके। महतारी वंदन योजना में हर माह राशि आने का असर अब दिखने लगा है। महिलाओं ने हर कार्य में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना शुरू कर दिया है। महिलाएँ अपना फैसले खुद ले रही हैं। महिलाओं में आत्मनिर्भरता का भाव जगाने में यह योजना सफल हुई है। इस योजना से महिलाओं को उनके रोजमर्रा की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी मदद मिल रही है। इस राशि से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार हो रहा है। महिलाओं को मिले इस आर्थिक सा्रेत से परिवार की जरूरतों को पूरा करने, बच्चों के अध्यापन कार्य तथा उनके लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था करने में कर रही हैं। महतारी वंदना योजना से महिलाओं को आगे बढने के लिए रास्ता मिल रहा है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लखपति दीदी, ड्रोन दीदी जैसी नवाचारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। महिला समूहों को आर्थिक क्रियाकलपों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए बिहान योजना भी संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने जगदलपुर प्रवास के दौरान लगभग 3100 स्व-सहायता समूहों को 100 करोड़ रूपए की राशि का ऋण वितरित किया है। इससे महिलाओं में स्वावलंबन और आर्थिक रूप से निर्भरता आएगी। धनंजय राठौर, संयुक्त संचालक, जनसंपर्क -
माँ की तरह, हरियाली आँचल में पनाह देने के लिए शुक्रिया कोरिया
यह मेरे लिए गर्व की बात है कि काले हीरे की अद्भुत नगरी कोरिया में मुझे पदस्थ हुए आज एक वर्ष हो गए हैं। इस एक वर्ष में खट्टे-मीठे अनुभवों के अलावा कई यादगार पलों को भी संजोने का अवसर मिला है। प्रकृति की गोद और हरियाली की चादर से ढंके इस कोरिया ने मुझे भरपूर प्यार दिया, सहयोगी पड़ोसी दिए, चुलबुले मित्र दिए, सम्मान दिया और साथ ही सीख-सबक का नया अनुभव भी दिया है।
जनसम्पर्क और मीडिया एक सिक्के के दो पहलू हैं। इस नाते यहां के तमाम प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्रतिनिधियों का आत्मीयता अद्भुत रहा। उनके सहयोगी स्वभाव और दीर्घ अनुभव का लाभ निरन्तर प्राप्त हुआ और हो रहा है।कोरियावासियों का शुक्रिया जिनके भोलेपन और उदारता से निरन्तर मुझे सम्बल मिलता रहा है।
31 जुलाई निश्चित ही अनेक घटनाओं के साक्षी होंगे लेकिन मेरे कैरियर के लिए यह दिन एक नए अध्याय, अनुभव और नई सीख के लिए याद रखा जाएगा। यहाँ के मेहमान नवाजी और मुंह को पान से लाल करने की परंपरा ने तन और मन को गुदगुदाने को विवश कर दिया है।
यहाँ के गांवों और मोहल्लों के नाम कुछ दिनों तक अटपटे लगे। इस जिले में पटना है, तो नागपुर और नगर भी। एक मोहल्ले का नाम प्रेमाबाग भी है। कहा जाता है रियासत काल के दौरान एक दीवान की पत्नी का नाम प्रेमा बाई था, उनकी याद में पगडण्डी रास्ते के किनारे बड़ी संख्या में आम के पौधे लगाए गए थे और मन्दिर निर्माण किया गया था। वहीं एक कुंड भी है जिसे प्रेमा कुंड कहा जाता है। वर्तमान जनपद पंचायत कार्यालय में रियासतकाल के दौरान प्रिंटिंग प्रेस हुआ करता था, उस प्रिंटिंग प्रेस से प्रेमाबाग सीधे दिखाई पड़ता था। इस प्रिंटिंग प्रेस से ‘आलोक’ पत्रिका की छपाई की जाती थी।
इसी तरह सोनहत, बैकुंठपुर आदि शहरों, कस्बों और गांवों के नाम के पीछे भी बहुत किस्से सुनने को मिले हैं। मन को सुकून, तन को राहत देने वाले यहां के पर्यटन स्थल और शुद्ध हवाओं की महक भी मुझे कोरिया ने महसूस कराई है। कड़कती ठंड और अंगीठी के ताप की अहसास भी कोरिया ने बखूबी कराया है।
इस आदिवासी अंचल में ऐसे कई मेधावी और प्रतिभावान बच्चों व युवाओं से रूबरू होने का अवसर भी कोरिया ने साझा कराया है। मेहनतकश इस जिले को ‘मिनी इंडिया’ भी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी! एसईसीएल कॉलरी क्षेत्र चरचा शहर में बड़ी संख्या में उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश सहित देश के अलग-अलग राज्यों के लोग निवासरत हैं। यहां की बोली-भाषाओं और पंडो जातियों के खानपान भी लाजवाब हैं।
विधानसभा और लोकसभा निर्वाचन जैसे चुनौतीपूर्ण अवसरों पर उचित समन्वय से बेहतर कार्य संपादित करने का अवसर भी कोरिया ने दिया है! ‘हरित कोरिया’ के जिला प्रशासन सहित मेरे विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, सहयोगियों के सतत मार्गदर्शन ने मुझे पगडण्डी रास्ते पर संतुलन बनाकर चलने का हुनर सिखाया।
हमारे जिला कार्यालय के अधिकारी ने मुझे छोटे भाई की तरह स्नेह व सभी कर्मियों के दुलार, हंसी-मजाक ने मुझे परिवार की कमी को कुछ हद तक कम करने में मदद की।
कोयलांचल की धरती कहें या काले हीरे का शहर, कोरिया ने अपनी सादगी, सहयोगी और सक्रियता से दिल जीता। सावन के झूले की तरह मन को हिलोरें भी दी। कोरिया के होली, दीपावली, ईद और क्रिसमस जैसे पर्वों ने आपसी सद्भाव की सीख सिखाई और गेज नदी की गहराई में तैरने का आनंद भी दिया।
यहाँ की प्रसिद्ध झुमका डेम को देखकर मन झूमने को आतुर हो जाता है। घुनघुट्टा डेम तो मानो गोवा की सैर कराने जैसा अनुभव देती है। वहीं बालम पहाड़ की नयनाभिराम दृश्य आँखों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि दिलों में भी घर बना लिए हैं। सचमुच कोरिया को ‘सुकून कोरिया’ भी कह सकते हैं! इस 365 दिनों में कोरिया की माटी ने मेरे जीवन में एक नई उमंग, उत्साह, ऊर्जा और सकारात्मक विचारों का संचार किया है।
आभार कोरिया, शुक्रिया कोरिया, इस नाचीज़ को माँ की तरह अपनी हरियाली आँचल में पनाह देने के लिए कृतज्ञ हूँ।
(विजय मानिकपुरी)
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बालको वेदांता एल्यूमिनियम ने भारतीय मानक ब्यूरो से प्राप्त किया सातवां प्रमाणन
बालकोनगर, 01 अगस्त, 2024। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में बनने वाली 12एमएम वायर रॉड अब भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाणित है। इसने 6 अतिरिक्त उत्पाद श्रेणियों के लिए पुनःप्रमाणन भी प्राप्त किया है। भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने घोषणा की है कि बालको कोरबा, छत्तीसगढ़ में बनने वाली 12एमएम वायर रॉड को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा प्रमाणित किया गया है। इस नई प्रमाणित 12एमएम एल्यूमिनियम वायर रॉड के कई विविध उपयोग हैं। मुख्य रूप से इलेक्ट्रिकल व पावर ट्रांस्मिशन में इसका इस्तेमाल किया जाता है। हल्का एवं टिकाऊ होने के साथ रॉड की विद्युत चालकता बेहतर होती है।
वेदांता एल्यूमिनियम भारत एल्यूमिनियम उद्योग की पहली कंपनी है जिसने अपने अनेक एल्यूमिनियम उत्पादों के लिए बीआईएस प्रमाणन हासिल किए हैं। यह नया प्रमाणन बेमिसाल उत्पाद क्वालिटी एवं एल्यूमिनियम उद्योग में निरंतर नवाचार हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता का परिचायक है। 12एमएम वायर रॉड के नए बीआईएस प्रमाणन के साथ ही ब्यूरो ने कंपनी की 6 अतिरिक्त उत्पाद श्रेणियों का पुनःप्रमाणन भी किया है। ईसी इनगॉट, अलॉय इनगॉट, प्राइमरी इनगॉट, रोल्ड शीट, रोल्ड कंडक्टर प्लेट व रोल्ड प्लेट सामान्य इंजीनियरिंग उद्देश्यों के लिए ये सभी कंपनी की बालको इकाई में बनाए जाते हैं। इन प्रमाणनों के साथ वेदांता की बालको यूनिट के पास अब 7 बीआईएस प्रमाणन हो गए हैं जो कुल 17 उत्पादों पर लागू है इससे कंपनी को एल्यूमिनियम बाजार में बहुत फायदा मिलेगा।
गुणवत्ता उत्कृष्टता पर वेदांता एल्यूमिनियम के फोकस के बारे में कंपनी के सीईओ जॉन स्लेवन ने कहा कि वेदांता एल्यूमिनियम में हम निरंतर ऐसे उत्कृष्टत एल्यूमिनियम उत्पाद प्रस्तुत करने पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हैं जो उच्चतम मापदंडों को पूरा कर सकें। ये बीआईएस प्रमाणन हमारे बेहतर क्वालिटी कंट्रोल और उन्नत उत्पादन तकनीकों को दर्शाते हैं। इन्हीं उत्पादों के बल पर हम विविध उद्योगों एवं वैश्विक ग्राहकों को सेवाएं दे पाएंगे। हमारे पास ऐसे उत्पादों की विविधतापूर्ण रेंज है जिन्हें उद्योग के मानकों से भी आगे बढ़ जाने के लिए डिजाइन किया गया है।
स्वच्छ ऊर्जा, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, हरित इमारतें, हाईटैक मैन्युफैक्चरिंग एवं सस्टेनेबल पैकेजिंग में अपरिमित अनुप्रयोगों के साथ एल्यूमिनियम लो-कार्बन धातु होने की वजह से भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय मानक ब्यूरो देश के उद्योगों के लिए गुणवत्ता मानकों को परिभाषित करने वाली शीर्ष संस्था है। यह ब्यूरो कड़े मूल्यांकन पद्धतियों पर अमल करने के बाद बीआईएस स्टैंडर्ड मार्क जारी करता है। मैन्युफैक्चर्ड उत्पादों पर क्वालिटी की पहचान के तौर पर यह प्रतिष्ठित मोहर लगाई जाती है। ये प्रमाणन फिर दोहराते हैं कि वेदांता एल्यूमिनियम अपने उत्पादों को गुणवत्ता युक्त और विश्वसनीय बनाने के अपने वादे को निरंतर पूरा कर रही है।
वेदांता के एल्यूमिनियम उत्पाद लंदन मेटल ऐक्सचेंज में पंजीकृत हैं जो अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों की निर्विवाद होने की पुष्टि करता है। कंपनी सक्रियता से बीआईएस प्रमाणन हासिल करने को प्रयासरत है ताकि भारतीय ग्राहकों में भरोसा जागे कि जो एल्यूमिनियम वे खरीद रहे हैं वह देश के सर्वोच्च गुणवत्ता मानक प्राधिकरण से प्रमाणित है। इसे हासिल करने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम मेटल मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकियों को अमल में लाती है, परिष्कृत प्रक्रियाओं का उपयोग, गहन अनुसंधान एवं विकास तथा उभरती तकनीकी स्टार्टअप व दुनिया भर के विशेषज्ञों के साथ काम करती है। यही कारण है कि आज यह कंपनी लगभग 60 देशों अपने ग्राहकों की पसंदीदा आपूर्तिकर्ता है।
वेदांता एल्यूमिनियम एल्यूमिनियम उत्पादों की सबसे विस्तृत रेंज का विनिर्माण करने वाली कंपनियों में से एक है। वेदांता एल्यूमिनियम के उत्पाद जैसे रिस्टोरा-लो कार्बन एल्यूमिनियम, बिलेट, वायर रॉड, अलॉय इनगॉट व कास्ट बार, एआईएसआई टी-इनगॉट, स्लैब व रोल्ड प्रोडक्ट विभिन्न उद्योगों में काम आते हैं जिनमें एयरोस्पेस से लेकर ऑटोमोबाइल, बिल्डिंग एवं कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रिफिकेशन, इंजीनियरिंग, पैकेजिंग, कंज्यूमर गुड्स आदि शामिल हैं।