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  • सराफा व्यवसायी की हत्या : घटना स्थल पहुँचे आईजी, मुआयना कर घटना की ली जानकारी

    कोरबा। बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ला सोमवार की सुबह कोरबा पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का मुआयना कर घटना की जानकारी ली।

     

    एसएस प्लाजा स्थित अमृता ज्वैलर्स के संचालक गोपाल राय सोनी का उनके ट्रांसपोर्ट नगर ब्लू डायमंड के सामने स्थित निवास में दो नकाबपोश लोगो ने घर मे घुस कर गोपाल राय सोनी का हत्या कर क्रेटा वाहन सहित अन्य सामान लूट कर रविवार की रात 10 बजे फरार हो गए, आज घटना स्थल पहुचकर कर आईजी ने मौका मुआयना किया व पुलिस अधिकारियों से घटना के संबंध में जानकारी ली व आवश्यक निर्देश दिये , बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस की अलग अलग टीम पतासाजी में जुटी है फरार आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे।

     

     

  • जो मनुष्य आध्यात्मिक रुप से धनवान है वह जीवन में श्रेष्ठ है : सुरेंद्र बिहारी

    0 पत्रकारवार्ता

    कोरबा। जो मनुष्य आज के भौतिक सुख साधन की जगह आध्यात्मिक रास्ते को अपनाकर जीवन में चलता है और श्रद्धा और आध्यात्म के साथ जीवन व्यतीत करता है वह जीवन में श्रेष्ठ है। ऐसे व्यक्ति सामाज में आध्यात्म का प्रचार प्रसार करने के साथ चिंतन करते हैं।

    उक्त बातें डॉ. पंडित सुरेन्द्र बिहारी गोस्वामी ने दीनदयाल मार्केट स्थित पीली कोठी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। श्री गोस्वामी दर्शन परिवार एमपी नगर द्वारा आयोजित 24 से 30 दिसंबर तक श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य ब्यास कथा वाचक के रूप में उपस्थित होकर श्रद्धा और आध्यत्म पर प्रवचन दे रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आध्यात्म उन्हें विरासत में मिली है और वे अपने पिता चैतन्य गोस्वामी जी से किशोरवय अवस्था में ही दीक्षा लेकर देश-विदेश तक लोगों को सहजता का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिना व्यवसायिक चिंतन के आध्यात्म एवं सनातन धर्म तथा हमारी विरासत को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ के राजनांद गांव में ही जन्म लेकर देश-विदेश तक भगवत गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुख-दुख हमारे जीवन के अतिथि हैं।. आते जाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सुख-दुख को एक दूसरे को बांटते रहना चाहिए, इससे मन में सहज भाव पुष्ट होता है। वे मनुष्य को सहज बनाने के लिए उपदेश देते फिर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मानव वही श्रेष्ठ है जो आध्यात्मिक रूप से धनवान है, न कि भौतिक रूप से धनवान व्यक्ति। उन्होंने कहा कि भक्ति में ही उत्सव है और जीवन में सदैव उत्सव मनाते रहना चाहिए, यही जीवन का सार है। उन्होंने पत्रकारों के पूछे सवाल को सहज ढंग से जवाब दिया। इस अवसर पर दर्शन परिवार के सदस्य उपस्थित थे।

  • मिसो ने वृद्ध भिक्षुकों को कंबल वितरित किया

    कोरबा। इन दिनों पड़ रही अपेक्षाकृत अधिक ठंड ने कंपकपा कर रख दिया है। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड में वंचित वर्ग के लोगों तक अपनी पहुंच बनाकर उन्हें ठंड से बचाने कुछ राहत देने का काम महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल (मिसो) द्वारा किया गया है। समाजसेवा के कार्यों में अक्सर आगे रहने वाले मिसो ने आज विशेष दिवस पर जबकि पूरा देश प्रभु यीशु के अवतरण दिवस और पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के गठनकर्ता पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस मना कर स्मरण कर रहे हैं तब, मिसो द्वारा सर्वमंगला मंदिर परिसर में वृद्ध भिक्षुको को कंबल वितरण का पुनीत कार्य किया गया।

    कंबल वितरण में महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन कोरबा के अध्यक्ष महावीर जैन,सचिव संतोष जैन,धीरेंद्र संघवी,राजकुमार धाड़ीवाल,गौतम जैन,प्रदीप कोचर, विष्णु शंकर मिश्रा,अमित जैन,कमल जैन,पियूष जैन,अंकित जैन का सहयोग और योगदान रहा।

  • कैट परीक्षा में पूर्णदीप ने हासिल किए 99.72 प्रतिशत

    कोरबा। कोरबा के गौरव पूर्णदीप चक्रवर्ती ने कैट की परीक्षा में पहले प्रयास में ही 99.72 परसेंटाइल स्कोर हासिल कर परिवार सहित कोरबा का नाम रौशन किया है। पूर्णदीप चक्रवर्ती डीपीएस कोरबा में पढऩे के दौरान वर्ष 2019 में एआईएसएससीई परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर परिवार का नाम रौशन किया था। पूर्णदीप के पिता पूर्णेन्दु चक्रवर्ती ने एनटीपीसी कोरबा में सहायक महाप्रबंधक के रूप में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दी है। पूर्णदीप चक्रवर्ती ने छत्तीसगढ़ में 2वीं रैंक के साथ कैट 2024 में 99.72 परसेंटाइल स्कोर (अपने पहले ही प्रयास में) प्राप्त किया है। पिछले वर्ष उन्होंने आईआईटी इंदौर से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बी.टेक पूरा किया और 2023 में संस्थान के सभी स्नातक छात्रों में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए उन्हें राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इससे पहले श्री पूर्णदीप ने 2019 में दिल्ली पब्लिक स्कूल, एनटीपीसी कोरबा से एआईएसएससीई परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे, जिसमें उन्होंने जिले में प्रथम, छत्तीसगढ़ राज्य में दूसरा और सीबीएसई भुवनेश्वर क्षेत्र में तीसरा स्थान प्राप्त किया था।

  • एक समाज एक संगठन एक नेतृत्व” मानिकपुरी पनिका समाज का एतिहासिक विलय

    एक समाज एक संगठन एक नेतृत्व” मानिकपुरी पनिका समाज का एतिहासिक विलय

    छत्तीसगढ मानिकपुरी पनिका समाज के तीन प्रमुख संगठन प्रान्तीय मानिकपुरी पनिका समाज, पनिका महासमिति और छत्तीसगढ मानिकपुरी पनिका समाज केवल एक नेतृत्व के अवधारणा को प्रतिपादित करते हुए विलय की घोषणा कर छत्तीसगढ मानिकपुरी पनिका समाज के नाम से नए संगठन का गठन कर लिया ।
    कल महादेव घाट स्थित प्रमोद बाला पीर धाम रायपुर में सम्पन्न महत्वपूर्ण बैठक में तीनों संगठन के प्रदेशाध्यक्ष द्वय डां,ललित दास मानिकपुरी, सुमित दास मंहत और गोकुल दास मंहत की ओर से प्रदेश संगठन प्रभारी गजान॔द दास कुलदीप ने एक स्वर में केवल समाज हित में पनिका समाज के विकास और एकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारा नया संगठन समाज को एक नई दिशा और दशा प्रदान करेगा और नेतृत्व की पारदर्शिता रखते हुए नए संगठन के निर्वाचन कार्य भी शीघ्र सम्पन्न कराया जावेगा इस पहल से समाज में सुधार और भविष्य में आने वाले चुनौतीपूर्ण परिवर्तन देखने को मिलेगा इसके लिए भी एकजुट कार्य योजना तैयार की जावेगी ।

    तीनों संगठन की एकजुटता ने छत्तीसगढ में मानिकपुरी पनिका समाज के सभी सदस्यों को नई उर्जा से ओतप्रोत कर दिया है ।समाज के प्रायः सभी लोगों ने भी इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नई समिति समाज को संगठित और प्रगतिशील बनाने में सक्षम और सुदृढ होगी । समाज के विशिष्ट जनों का मानना है कि छत्तीसगढ पनिका समाज का गठन होना हमारे समाज की सबसे बड़ी उपलब्धी है ।
    इससे समाज न केवल समाजिक बल्कि आर्थिक स्तर पर भी प्रगति के नए सोपान गढ़ेगी तीनों संगठनों की एकजुटता यह दर्शाती है कि पूर्व में उभरे आपसी मतभेदों को विस्मित कर काम किया जाए तो समाज में बदलाव और भी आसान हो जाएगी ।

    बैठक की अध्यक्षता गरियाबंद के वरिष्ठ समाज सेवी सत्य प्रकाश मानिकपुरी ने की एंव सभा अध्यक्ष के रूप में भिलाई के वरिष्ठ सदस्य घासी दास उपस्थित रहे । इन्होने अपने उद्बोधन में बताया कि किसी भी समाज की प्रगति और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए एक जूट होना ही सफल समाज का मार्ग प्रशस्त करता है अब हमें राजनीतिक क्षेत्र में भी समाज की बड़ी भागीदारी तय करनी होगी ताकि हमारा समाज भी अन्य समाज की तरह उन्नती की ओर अग्रसर हो सके अत: अगली पृष्ठ भूमी पर इसकी कार्य योजना तैयार करनी होगी । उपरोक्त जानकारी समिति के प्रवक्ता मनोज मानिकपुरी ने प्रेस के माध्यम से दी ।

  • जेसीआई कोरबा सेंट्रल द्वारा मानवता की सेवा हेतु करवाया 56 यूनिट रक्तदान

    जेसीआई कोरबा सेंट्रल द्वारा मानवता की सेवा हेतु करवाया 56 यूनिट रक्तदान

    0 डॉ. प्रिंस जैन ने शुभारंभ व दिनेश मोदी ने किया समापन
    मानवता की सेवा ही जीवन का सर्वोत्तम कार्य है जेसी आस्थाओं की इन्ही उक्त पंक्तियों को साकार करते हुए जेसीआई कोरबा सेंट्रल द्वारा बिलासा ब्लड बैंक के संयुक्त तत्वाधान में एक मेगा ब्लड डोनेशन का कार्यक्रम पाम माल में कराया गया। इस विशाल रक्तदान शिविर को मूर्त रूप देने हेतु विगत एक सप्ताह से जनता के बीच जन जागरूकता फैलाने हेतु प्रशिक्षण कैंप शहर के दो प्रसिद्ध कॉलेज कोरबा कंप्यूटर कॉलेज एवं एमसीएमआईटी कौलेज में लगभग 300 बच्चो के बीच कराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शहर से प्रतिष्ठित चिकित्षक डॉ. प्रिंस जैन ने फीता काटकर किया एवं उन्होंने स्वयं भी इस शिविर में रक्तदान दिया। इस रक्तदान शिविर में रक्तदाताओ द्वारा कुल 56 यूनिट रक्तदान किया गया, जिसमें कुछ दुर्लभ रक्त ग्रुप जैसे- नेगेटिव एवं क्च नेगेटिव का भी दान किया गया। इस शिविर में महिलाओ ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस रक्तदान शिविर के बीच थेलेशिमिया से पीडि़त 5 साल की बच्ची हेतु विशिष्ठ ब्लड ग्रुप एबी पॉजेटिव की तत्काल आवश्यकता आई जिसे जेसीआई के सदस्य जेसी कपिल विश्वकर्मा ने तत्काल रक्तदान कर पूरा किया। बिलाषा ब्लड बैंक ने भी पूजा साहू के नेतृत्व में उनकी टीम ने सुबह दस बजे से लगातार रक्तदान में सहायता प्रदान की। कार्यक्रम का समापन प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल एवं पाम मॉल के संचालक व समाज सेेवी दिनेश मोदी ने पूरी जेसीआई की टीम को ऐसे समाज सेवी कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में निर्देशक जेसी निश्चल टमकोरिया, उपाध्यक्ष (सीओ) – प्रियम अग्रवाल, सचिव – सीए अंकित अग्रवाल, एलजीबी सदस्य – आयुष अग्रवाल, कपिल विश्वकर्मा, जेसी अतुल सतपथी, दीपक केवट, अक्षत अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, नितेश मोदी, सीए टी. एन. बजाज, मोहित सिंघल, हर्ष गुप्ता ने योगदान दिया। कार्यक्रम के बीच जेसीआई के पूर्व अध्यक्ष ई. राज अग्रवाल, घनश्याम अग्रवाल, आनंद रायकवार, मोहित खटोर, आशीष टमकोरिया, अंकित केडिया, अंकित टमकोरिया, सनी मित्तल, उत्कर्ष अग्रवाल एवं लीजेंड के पूर्व अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल, सुरेश चावलानी एवं लिजेंड सदस्य – विजय केडिया, घनश्याम सिंघल ने अपनी उपस्थिति देकर कार्यकारिणी का उत्साह वर्धन किया। जेसीआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीए अभिषेक अग्रवाल एवं पूरा जेसीआई परिवार सभी रक्तदाताओ, बिलासा ब्लड बैंक एवं पाम मॉल को उनके इस योगदान के लिए ह्रदय से अभिनंदन करता है। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन सचिव जेसी सीए अंकित अग्रवाल ने किया।

  • एक साल में कोरबा का विकास का पहिया तेज रफ़्तार से दौड़ पड़ा, 300 करोड़ के कार्य शुरू: उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन

    0 एक साल पूर्ण होने पर तिलक भवन में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री श्री देवांगन 
     0 प्रेस क्लब के अतिरिक्त निर्माण कार्य 25 लाख के भूमि पूजन, और ऑडिटोरियम के विकास के लिए 20 लाख की घोषणा पर प्रेस क्लब ने मंत्री का जताया आभार

    कोरबा। नगर विधायक और वाणिज्य उद्योग को श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन शुक्रवार को प्रेस क्लब के तिलक भवन में आयोजित लखन का 1 साल वह राज्य सरकार का अमृत काल कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने आम जनमानस, देवतुल्य कार्यकर्ता सहित सभी मतदाताओं भाई एवं बहनों का आभार जताते हुए कहा की 3 दिसम्बर 2023 का वह स्वर्णीम दिन जब कोरबा की जनता ने विकास, सुशासन और समृद्धि के लिए ऐतिहासिक निर्णय लेकर भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जनादेश दिया था। विगत एक वर्ष में आप सभी के विश्वास पर खरा उतरते हुए कोरबा समेत प्रदेश की प्रगति में अनेक नए आयाम स्थापित किये। मोदी की गारंटी के सभी प्रमुख वादे प्रमुखता से पूरे किए गए है। जिले के 295706 और कोरबा नगर निगम क्षेत्र के 71865 माताओं और बहनों को महतारी वंदन योजना के तहत् प्रतिमाह 1000 रू. दिये जा रहे है।


    उन्होंने कहा कि कोरबा विधानसभा समेत पूरे जिले के समुचित विकास (नेशनल हाईवे, बॉयपास सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, आंगनबाड़ी, पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था, सामुदायिक भवन, मंच, पंडाल, तालाब गहरीकरण, सी.सी. रोड़, नाली, सामाजिक भवन, बिजली,) व्यवस्था के लिए कुल 1800 करोड़ से अधिक की राशि इस एक साल में स्वीकृत करायी गयी है। कोरबा विधानसभा में 300 करोड़ के कार्य शुरू करए गए।जिनमें अधोसंरचन, विधायक मद, डीएमएफ, राजस्व आपदा प्रबंधन, नगरीय निकाय, प्रभारी मंत्री मद, सहित अन्य मदो से कार्य स्वीकृत कराकर प्रारंभ कराये जा रहे है। कुछ बडे प्रोजेक्ट टेंडर प्रक्रिया में है, बहुत जल्द विकास कार्यों का श्रीगणेश होगा। बिना किसी भेदभाव के वार्डों में कार्य कराये जा रहे हैं। प्रेस क्लब तिलक भवन में अतिरिक्त निर्माण कार्य लागत 25 लाख के कार्यों का मंत्री श्री देवांगन ने भूमि पूजन किया। साथ ही प्रेस क्लब की मांग पर अतिरिक्त विकास के लिए मंत्री श्री देवांगन ने 20 लाख की घोषणा की। प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्यों द्वारा मंत्री श्री देवांगन का अभिनंदन और आभार जताया।
    उन्होंने कहा की प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी, उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में आज कोरबा जिला विकास के नई उंचाईयों की ओर अग्रसर है। इस एक साल में हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता शहर से लेकर पूरे जिले के सड़को के जीर्णोद्धार और निर्माण पर थी। कई वर्षों से उरगा-कोरबा-कटघोरा फोरलेन सड़क, जमीन की खरीद फरोक्त में गड़बड़ी की वजह से अटकी हुई थी। हमारे प्रयास से केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गड़करी जी ने इस मार्ग के लिए 1593 करोड़ की राशि स्वीकृत दी है। बहुत जल्द इसका निर्माण प्रारंभ होगा, इसी तरह हाल ही में कटघोरा से अंबिकापुर डबल लेन सड़क का फोरलेन करने की हरी झंडी मिल गई है। हमारा प्रयास रहा है कि कोरबा शहर के बीच से भारी वाहनों का दबाव कम हो, इसके लिए बरमपुर से प्रगतिनगर तक 8 कि.मी. लंबे बॉयपास मार्ग के लिए 83 करोड रू. की स्वीकृति उपरांत टेंडर प्रकिया प्रारंभ कर दी गई है। बहुप्रतिक्षित संजय नगर रेल्वे फाटक पर अंडरब्रिज का निर्माण 70 करोड़ रू. के लागत से होगा। इससे प्रभावित लोगों को 3.11 करोड़ का मुआवजा दिया जा चुका है। आप सभी को याद होगा 2018 में भाजपा सरकार में ढेंगुरनाला बॉयपास सड़क का डीएमएफ फण्ड से निर्माण प्रारंभ किया गया था। कांग्रेस के सरकार ने इस मार्ग के निर्माण को रोक लगा दी थी। अब पुनः 5 वर्ष पश्चात प्रारंभ करा दिया गया है। विधानसभा चुनाव से पूर्व शहर के सड़कों का आनन फानन में घटिया डामरीकरण किया गया था। पहली बारिस में ही डामरीकरण पूरी तरह से उखड गया था। हमने मानसून सिजन खत्म होते ही तत्काल डामरीकरण का कार्य पूर्ण कराया। पत्रकार मित्रों आपको याद होगा सर्वमंगला मंदिर पहुंच मार्ग बेहद जर्जर स्थिति में था। हमने सर्वमंगला मंदिर बॉयपास मार्ग का निर्माण समयवाधि में शुरू कराकर पूर्ण कराया है।

    0 इन बड़े कार्यों की मिली स्वीकृति
    1. टीपी नगर में वर्ल्ड क्लास इंडोर स्टेडियम, लागत 25 करोड़ की स्वीकृति।
    2. टीपी नगर न्यू बस स्टैण्ड की मरम्मत व नवीनीकरण कार्य की लागत 98 लाख रू. की स्वीकृति।
    3. इंदिरा स्टेडियम के पवेलियन, पाथवे, टायलेट ब्लाक, स्वीमिंग पुल सहित अन्य विकास कार्य 2.5 करोड़ की स्वीकृति।
    4. जिला खनिज न्यास के मद से कोरबा विधानसभा अंतर्गत 100 विभिन्न विकास कार्यों के लिए 9.19 करोड़ के कार्य प्रारंभ।
    5. 44 सामुदायिक भवनों का निर्माण विस्तार व मरम्मत कार्य के लिए 4.90 करोड़ के कार्य प्रारंभ।
    6. 18 सामाजिक भवनों का निर्माण विस्तार व उन्नयन कार्य, लागत 2.96 करोड़ के कार्य प्रारंभ।
    7. 44 सांस्कृतिक मंच एवं शेड का निर्माण लागत 3.7 करोड़ के कार्य प्रारंभ।
    8. 74 स्थानों पर सी.सी. रोड़ एवं नाली निर्माण, लागत 7.8 करोड़ के कार्य प्रारंभ ।
    9. 28 आंगनबाड़ी एवं मुक्तिधाम निर्माण व मरम्मत कार्य, लागत 2.8 करोड़ के कार्य प्रारंभ।
    10.27 पेयजल, प्रसाधन व अन्य भवनों का जीर्णोद्धार, लागत 1.89 करोड़ के कार्य प्रारंभ।

    स्वास्थ्य, शिक्षा

    1. शासकीय स्कूलों के 1.20 लाख बच्चों के स्वास्थ्य एवं नियमित उपस्थिति के लिए विष्णुदेव सरकार की अनूठी पहल स्कूलों में बच्चों को मिलने लगा पौष्टिक नाश्ता ।
    2. दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में सुचारू रूप से लैब टेस्ट और कन्फर्म रिपोर्ट के लिए लैब आन व्हील्स की सुरूवात की गई। इस योजना के तहत् ग्रामीणों को 53 प्रकार के टेस्ट की घर बैठे सुविधा मिल रही है।
    3. जिला खनिज न्यास मद से 22 सीएचसी और 6 पीएचसी के भवन निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली।
    4. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोरबा समेत 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ की गई।
    5. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 5 चिकित्सा विशेषज्ञ, 9 विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक, स्टाप नर्स, लैब टेक्निशियन, फिडिंग डेमोस्टेटर, रेडियोग्राफर, फार्मसिस्ट और 4 दंत चिकित्सकों की नियुक्ति।
    6. जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की दृष्टिकोण से शिक्षकों की कमी को दूर करते हुए प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूलों में डी.एम.एफ से मानदेय के आधार पर 517 शिक्षक व 269 भृत्य की नियुक्ति की गई है।

  • छत्तीसगढ राज्य का उदय,छग महाविद्यालय में एक दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन

    छत्तीसगढ राज्य का उदय,छग महाविद्यालय में एक दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन

    रायपुर, 26 अक्टूबर 2024/ शासकीय जे. योगानंदम छत्तीसगढ महाविद्यालय के इतिहास परिषद द्वारा एक दिवसीय व्याख्यानमाला को आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अमिताभ बनर्जी ने की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी महाविद्यालय के विकास में हमेशा सकारात्मक भूमिका अदा करेंगे और महाविद्यालय का नाम रोषन करेंगें। व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में संयुक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ. डी. एस. जगत और संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री धनंजय राठौर थे।   डॉ. डी. एस. जगत ने छत्तीसगढ राज्य के निर्माण किस तरह से हुआ और कैसे कैसे प्रयास किए गए। उन्होने छत्तीसगढ राज्य की स्थापना हेतु जनआकाक्षाओं को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि इसके लिए अत्यंत व्यवस्थित आंदोलन जनता ने किया। उन्होंने बताया कि 2 नवंबर 1861 को मध्य प्रांत का गठन हआ, इसकी राजधानी नागपुर थी। मध्यप्रांत में छत्तीसगढ़ एक जिला था। सन 1862 में मध्य प्रांत में पाँच संभाग बनाये गये जिसमें छत्तीसगढ़ एक स्वतंत्र संभाग बना, जिसका मुख्यालय रायपुर था, जिसके साथ ही छत्तीसगढ़ में 3 जिलों (रायपुर, बिलासपुर, संबलपुर) का निर्माण भी हुआ।   डॉ. जगत ने बताया कि सन् 1918 में पंडित सुंदरलाल शर्मा ने छत्तीसगढ़ राज्य का स्पष्ट रेखा चित्र अपनी पांडुलिपि में खींचा अतः इन्हें छत्तीसगढ़ का प्रथम स्वप्नदृष्टा व संकल्पनाकार कहा जाता है। सन् 1924 में रायपुर जिला परिषद ने संकल्प पारित करके पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की माँग की। सन् 1939 में कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन में पंडित सुंदरलाल शर्मा ने पृथक छत्तीसगढ़ की माँग रखी। सन् 1946 में ठाकुर प्यारेलाल ने पृथक छत्तीसगढ़ माँग के लिए छत्तीसगढ़ शोषण विरोध मंच का गठन किया जो कि छत्तीसगढ़ निर्माण हेतु प्रथम संगठन था। उन्होने कहा कि सन् 1947 स्वतंत्रता प्राप्ति के समय छत्तीसगढ़ मध्यप्रांत और बरार का हिस्सा था। सन् 1953 में फजल अली की अध्यक्षता में भाषायी आधार पर राज्य पुनर्गठन आयोग के समक्ष पृथक राज्य की माँग की गई। सन् 1955 रायपुर के विधायक ठाकुर रामकृष्ण सिंह ने मध्य प्रांत के विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ की माँग रखी जो की प्रथम विधायी प्रयास था।   डॉ. जगत ने बताया कि सन् 1956 में डॉ. खूबचंद बघेल की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ महासभा का गठन राजनांदगाँव जिले में किया गया। इसके महासचिव दशरथ चौबे थे। इसी वर्ष मध्यप्रदेश के गठन के साथ छत्तीसगढ़ को मध्यप्रदेश में शामिल किया गया। सन् 1967 में डॉक्टर खूबचंद बघेल ने बैरिस्टर छेदीलाल की सहायता से राजनांदगाँव में पृथक छत्तीसगढ़ हेतु छत्तीसगढ़ भातृत्व संघ का गठन किया जिसके उपाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद तिवारी थे। सन् 1976 में शंकर गुहा नियोगी ने पृथक छत्तीसगढ़ हेतु छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा का गठन किया। उन्होंने बताया कि सन् 1983 में शंकर गुहा नियोगी के द्वारा छत्तीसगढ़ संग्राम मंच का गठन किया गया। पवन दीवान द्वारा पृथक छत्तीसगढ़ पार्टी का गठन किया गया। एक मई 1998 को मध्यप्रदेश विधान सभा में छत्तीसगढ़ निर्माण के लिए शासकीय संकल्प पारित किया गया।   डॉ. जगत ने बताया कि 25 जुलाई 2000 को श्री लालकृष्ण आडवाणी द्वारा लोकसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया। 31 जुलाई 2000 विधेयक लोकसभा में पारित किया गया। 3 अगस्त 2000 राज्यसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया और 9 अगस्त 2000 को राज्यसभा में पारित किया गया। इसे 25 अगस्त 2000 तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायण ने मध्यप्रदेश राज्य पुर्नगठन अधिनियम का अनुमोदित किया। एक नवंबर 2000 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 3 के तहत छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई, छत्तीसगढ़ देश का 26 वाँ राज्य बना।   संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री धनंजय राठौर ने भारतीय राष्ट्रवाद के उदय पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने भारत में राष्ट्रवाद के उदय के सात मुख्य कारण हैं। राजनीतिक, आर्थिक और प्रशासनिक एकता, पश्चिमी शिक्षा का प्रभाव, परिवहन साधनों का विकास, सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन, मीडिया, समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं का विकास, यूनाइटेड किंगडम द्वारा दुरुपयोग की गई राजनीति और भारत के बाहर राष्ट्रीय आंदोलन को बताया ।     श्री राठौर ने बताया कि भारत के लम्बे इतिहास में, आधुनिक काल में, भारत में अंग्रेजों के शासनकाल मे राष्ट्रीयता की भावना का विशेषरूप से विकास हुआ। भारत में अंग्रेजी शिक्षा के प्रसार से एक ऐसे विशिष्ट वर्ग का निर्माण हुआ जो स्वतन्त्रता को मूल अधिकार समझता था और जिसमें अपने देश को अन्य पाश्चात्य देशों के समकक्ष लाने की प्रेरणा थी। पाश्चात्य देशों का इतिहास पढ़कर उसमें राष्ट्रवादी भावना का विकास हुआ। इसका तात्पर्य यह नहीं है कि भारत के प्राचीन इतिहास से नई पीढ़ी को राष्ट्रवादी प्रेरणा नहीं मिली है। उन्होने बताया कि भारत में राष्ट्रवादी विचारधारा का अंकुर सत्रहवीं शताब्दी के मध्य से उगने लगा था किन्तु यह धीरे- धीरे विकसित होता रहा और अन्त में पूर्ण हो गया। अतः भारतीय राष्ट्रीय जागृति का काल उन्नीसवीं शताब्दी का मध्य मानना उचित ही होगा। भारत में राष्ट्रवाद के जन्म के कारण जो राष्ट्रीय आन्दोलन प्रारम्भ हुआ वह विश्व में अपने आप में एक अनूठा आन्दोलन था भारत में राजनीतिक जागृति के साथ-साथ सामाजिक तथा धार्मिक जागृति का भी सूत्रपात हुआ। वास्तव मे सामाजिक तथा धार्मिक जागृति के परिणामस्वरूप राजनितिक जागृति का उदय हुआ।   ब्रह्म समाज, आर्य समाज, रामकृष्ण मिशन एवं थियोसोफिकल सोसायटी आदि विशेषरूप से उल्लेखनीय हैं, जिसके प्रवर्तक क्रमशः राजा राममोहन राय, स्वामी दयानन्द, स्वामी विवेकानन्द, एवं श्रीमती एनी बेसेन्ट आदि थे। इन सुधारकों ने भारतीयों में आत्मविश्वास जागृत किया तथा उन्हें भारतीय संस्कृति की गौरव गरिमा का ज्ञान कराया, उन्हें अपनी संस्कृति की श्रेष्ठता के बारे में पता चला। इन महान व्यक्तियों में राजा राम मोहन राय को भारतीय राष्ट्रीयता का अग्रदूत कहा जा सकता है। उन्होंने समाज तथा धर्म मे व्याप्त बुराईयों को दूर करने हेतु अगस्त 1828 ई0 मे ब्रह्म समाज की स्थापना की। राजा राम मोहन राय ने सती प्रथा, छुआ-छूत जाति मे भेदभाव एवं मूर्ति पूजा आदि बुराईयों को दूर करने का प्रयास किया। उनके प्रयासो के कारण आधुनिक भारत का निर्माण सम्भव हो सका। पाश्चात्य शिक्षा से भारत को हानि की अपेक्षा लाभ अधिक हुआ। इससे भारत में राष्ट्रीय चेतना जागृत हुई अतः दृष्टि से पाश्चात्य शिक्षा भारत के लिए एक वरदान सिद्ध हुई। ‘ श्री राठौर ने बताया कि प्रसिद्ध समाचार पत्रों में संवाद्कौमुदी, बाम्बेसमाचार (1882), बंगदूत (1831), गस्तगुफ्तार (1851), अमृतबजारपत्रिका (1868), ट्रिब्यून (1877), इण्डियन मिरर, हिन्दू, पैट्रियाट, बंगलौर, सोमप्रकाश, कामरेड, न्यु इण्डियन केसरी, आर्य दर्शन एवं बन्धवा आदि के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इनके माध्यम से राष्ट्रवादी तत्त्वों को सत्त प्रेरणा और प्रोत्साहन मिलता रहा। भारतीय साहित्यकारों ने भी देश की भावना को जागृत करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। श्री बंकिमचन्द्र चटर्जी ने ‘वन्देमातरम्’ के रूप मे देशवासियों को राष्ट्रीय गान दिया। इनसे भारतीयों में देश-प्रेम की भावना जागृत हुई। मराठी साहित्य में शिवाजी का मुगलों के विरुद्ध संघर्ष विदेशी सत्ता के विरुद्ध संघर्ष बताया गया। श्री हेमचन्द्र बैनर्जी ने अपने राष्ट्रीय गीतों द्वारा स्वाधीनता की भावना को प्रोत्साहन दिया। श्री बिपिन चन्द्र पाल लिखते है, ”राष्ट्रीय प्रेम तथा जातीय स्वाभिमान को जागृत करने में श्री हेमचन्द्र द्वारा रचित कविताएँ अन्य कवियों की ऐसी कविताओं में कहीं अधिक प्रभावोत्पादक थी।“   श्री राठौर ने कहा कि अंग्रेजों के आर्थिक शोषण के विरुद्ध भारतीय जनता में असन्तोष था। वह इस शोषण से मुक्त होना चाहती थी। इसलिए भारतीयों ने राष्ट्रीय आन्दोलन में सक्रियरूप से भाग लेना प्रारम्भ कर दिया। लार्ड लिटन (1876 – 1880) की प्रतिक्रियावादी नीति के कारण राष्ट्रीय असन्तोष आरम्भ हुआ। परिणामस्वरूप भारत में राष्ट्रीयता की भावना का जन्म हुआ। इस अवसर पर डॉ. राजेश शुक्ला डॉ. साहसी, डॉ. मोनिका, डॉ. अरूणा, डॉ.निशा शर्मा, डॉ. रजनी यदु, डॉ. अनूप परसाई, डॉ. माना जैन, डॉ. विनीता स्वर्णकार, डॉ. शिल्पी शुक्ला, डॉ. जया गुप्ता,डॉ. सविता वर्मा, डॉ. शोभना सेन, महाविद्यालय प्राघ्यापक और सयहायक प्राघ्यापक सहित विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे।
  • बालको और एसईसीएल पर जमकर भड़के प्रभारी मंत्री व श्रम मंत्री

    बालको और एसईसीएल पर जमकर भड़के प्रभारी मंत्री व श्रम मंत्री

    0 सीईओ की अनुपस्थिति से हुए नाराज, सीएसआर के कार्यों का मांगा ब्यौरा तो दे न सके

    0 अगली बैठक से पहले भू विस्थापितों के रोजगार प्रकरण निपटाने एसईसीएल को निर्देश

     

    कोरबा। छत्तीसगढ़ शासन के लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विधि और विधायी कार्य एवं नगरीय प्रशासन विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री अरूण साव बुधवार को कोरबा प्रवास पर रहे। उन्होंने जिला पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन समिति की बैठक ली। जिला पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन समिति की बैठक में सभी महाप्रबंधक एसईसीएल तथा अन्य सार्वजनिक उपक्रम के अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को उपस्थित रहने निर्देशित किया गया था।

    प्रभारी मंत्री ने जिला पुनर्वास समिति की लगभग 4 घंटे तक मैराथन बैठक ली। उन्होंने विभिन्न विषयों और बिंदुओं पर बारीकी से गहन चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक के प्रारंभ होते ही जब बालको के सीईओ राजेश कुमार के अनुपस्थिति की उन्हें जानकारी हुई तो वह काफी नाराज हुए। उन्होंने तत्काल सीईओ को तलब करने के लिए कहा। प्रभारी मंत्री की नाराजगी सीईओ तक पहुंचते ही वह दौड़े-भागे बैठक में शामिल होने पहुंचे। सीईओ से प्रभारी मंत्री ने सीधे सवाल दागा कि कोरबा के विकास में बालको के सीएसआर मद से क्या कार्य कर रहे हैं? सवाल पर सीईओ ने सहज होते हुए बताया कि महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दोना-पत्तल प्रसंस्करण इकाई बाल लको प्रबंधन संचालित कर रहा है। इसके अलावा कुछ और भी कार्य उन्होंने बताए लेकिन यह सुनते ही प्रभारी मंत्री भड़क उठे और कहा कि दोना पत्तल इकाई से शहर का विकास कहां हो रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में कौन से विकास कार्य हो रहे हैं। यह व्यक्तिगत लाभ का मामला है लेकिन बालको प्रबंधन सीएसआर से क्षेत्र की जर्जर सड़कों, जनसुविधाओं के विकास में क्या कार्य हो रहे हैं यह बताएं, इस पर बालको सीईओ बगलें झांकने लगे। प्रभारी मंत्री ने पूछा कि आईटी कॉलेज को जो राशि देने का वादा किया था उसका क्या हुआ, किए गए वादे के मुताबिक 7 करोड़ रुपए आज भी बकाया हैं। प्रभारी मंत्री ने बालको सीईओ को यह राशि तत्काल आईटी कॉलेज को देने के निर्देश दिए ताकि वहां की व्यवस्थाओं और वेतन में प्रगति लाई जा सके। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिन भी उपक्रमों ने आईटी कॉलेज को राशि देने की बात कही थी, वह राशि का भुगतान करें तो आईटी कॉलेज को सुचारू से संचालित किया जा सके। बालको सीईओ को कहा गया कि वे सीएसआर मद से शहर क्षेत्र के विकास में गंभीरता से कार्य करें।

    इसी तरह एसईसीएल प्रबंधन के कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका के उपस्थित मुख्य महाप्रबंधक, प्रबंधकों को निर्देश दिए कि वे सभी भू- विस्थापितों के रोजगार संबंधी मुद्दे पर गंभीरता से कार्य करें। जितने भी आवेदन लंबित पड़े हैं उनका गंभीरता के साथ निराकरण करें कि नौकरी दे सकते हैं या नहीं दे सकते, तो क्यों नहीं दे सकते। पुनर्वास समिति की अगली बैठक से पहले इसकी शॉर्ट लिस्ट तैयार कर ली जाए। रोजगार के अलावा भू विस्थापितों के मुआवजा, पुनर्वास, व्यवस्थापन सम्बंधित जो भी मसले हैं, उनका पूरी गंभीरता के साथ निराकरण करें। एसईसीएल के अधिकारियों को उन्होंने कई मुद्दों पर घेरते हुए जमकर नाराजगी जाहिर की।

    बता दें कि खदान प्रभावितों के लंबित मामलों का निराकरण में हीला हवाला किए जाने के कारण सरकार की छवि खराब हो रही है जिसे लेकर प्रभारी मंत्री काफी गंभीर नजर आए। आज सुबह ही प्रभारी मंत्री से मिलकर भू-विस्थापितों के प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी देते हुए ज्ञापन सौंपा था। प्रभारी मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने बैठक में उपस्थित एसईसीएल के अलावा संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी इस संबंध में आवश्यक सहयोग व प्रगति लाने के लिए निर्देशित किया।

  • ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल, बनारी, जांजगीर के प्री-प्रायमरी विभाग में रेड डे मनाया गया।

    ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल, बनारी, जांजगीर के प्री-प्रायमरी विभाग में रेड डे मनाया गया।

    ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बनारी, जांजगीर में संस्था के संचालक श्री आलोक अग्रवाल एवं प्राचार्या श्रीमती सोनाली सिंह जी के निर्देशन में दिनांक 19 अक्टूबर 2024 को प्री-प्रायमरी विभाग में रेड डे मनाया गया। इस अवसर पर नन्हें-मुन्हें विद्यार्थियों के लिये भिन्न-भिन्न प्रकार कीे गतिविधियाँ आयोजित कराई गई। रेड डे के उपलक्ष्य में कक्षा-नर्सरी से यू.के.जी तक के विद्यार्थियों को लाल रंग के परिधान धारण कर विद्यालय बुलाया गया। इस अवसर पर गतिविधियों में मुख्य रूप से- सैंड पिट गतिविधि एवं नृत्य गतिविधि रहीं। विद्यार्थीगण इन गतिविधियों में सम्मिलित होकर उत्साह एवं उमंग से भर उठे। विद्यार्थियों को रेत के माध्यम से विभिन्न कलाकृति उकेरना सिखाया गया। संगीत की धुन में नांचते गाते नन्हें-मुन्हें बच्चें खुशी से झूमते नज़र आये। शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा विद्यार्थियों को लाल रंग के महत्व के विषय में जानकारी प्रदान की गई। इस गतिविधि के सफल संचालन में संस्था के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं, एडमिन स्टाफ तथा ग्राउंड लेवल स्टाफ का विशेष योगदान रहा।