कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में आऊटसोर्सिंग पर काम कर रही नीलकंठ कंपनी के द्वारा मनमानी करते हुए अनेक कामगारों को बेरोजगार कर दिया गया है। रोजगार छिनने से लोग परेशान हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत से भेंट कर समस्या बताई। साथ ही यथास्थिति बहाल कराने की मांग की।
बेरोजगारों ने नेता द्वय को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया गया कि वे सभी ड्राइवर व ऑपरेटर के तौर पर कुसमुंडा माईंस में काम करते रहे हैं। नीलकंठ कंपनी में उनका नियोजन हुआ था, जिसने अपना काम बंद कर हमें बाहर कर दिया है। इससे ठेका कर्मी बेकार हो गए हैं। उनके परिवार का पालन-पोषण करने में दिक्कत हो रही है। प्रभावितों ने बताया है कि कुसमुंडा खदान में नीलकंठ कंपनी का 9 वर्ष का नया टेंडर हुआ है इसलिए उन्हें कुसमुंडा खदान में इस कंपनी में नियोजित कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई किया जाए। नेता द्वय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने के दौरान रूपेश कुमार रंजन सागर, सिरजू दास, रामकुमार चन्द्रा, जयकिशन दास, संजय यादव, विजय कैवर्त, लाल सिंह, शोभनाथ, आशुतोष सिंह, संतोष यादव शामिल थे।
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ठेका कंपनी नीलकंठ ने किया बेरोजगार, प्रभावित मिले कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत से
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माओवादी संगठन में निर्मित हुई आंतरिक कलंक की स्थिति
तेलगू कैडर विजय रेड्डी एवं उनके साथियों द्वारा राजनांदगांव-कांकेर बार्डर डिवीजन कमेटी के ACM विज्जा को मार डाला गया
वर्ष-2024 में माओवादियों को लगातार हो रहे क्षति से बौखलाए हुए माओवादियों के संगठन में दिखाई दे रही है विश्वासघात एवं विद्रोह की स्थिति
पुलिस द्वारा माओवादियों से आत्मसमर्पण कर अपने जान बचाने की गई अपील
रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर माओवादी आतंक को समाप्त करने के लिए वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत माओवादियों के विरूद्ध की जा रही प्रभावी कार्यवाही के परिणामस्वरूप 153 से अधिक माओवादियो के शव विभिन्न मुठभेड़ों के पश्चात सुरक्षा बलों द्वारा बरामद की गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत 08 महीनों में बस्तर संभाग के अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा तेलंगाना राज्य के निवासी माओवादी कैडर DKSZC सदस्य जोगन्ना, DKSZC सदस्य रंधीर, TSC सदस्य, CRC कमाण्डर सागर, DVCM विनय उर्फ रवि जैसे शीर्ष माओवादी कैडर्स के शव विभिन्न मुठभेड़ के पश्चात बरामद की गई एवम् इस अवधि में महाराष्ट्र राज्य निवासी माओवादी कैडर ACM संगीता उर्फ सन्नी तथा उडीसा निवासी PPCM लक्ष्मी का भी शव मुठभेड़ के पश्चात बरामद किया गया। इस प्रकार बड़ी संख्या में अन्य प्रांत के रहने वाले शीर्ष माओवादी कैडर्स का नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारा जाना छत्तीसगढ़ में पहली बार हुआ है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी सीपीआई माओवादी संगठन द्वारा एक रणनीति के तहत सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान स्थानीय माओवादी कैडर्स को एक मानव सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल करते हुये बाहरी राज्य के शीर्ष माओवादी कैडर्स द्वारा मौके का फायदा उठाकर अपनी जान बचाकर भाग जाते हैं। लेकिन हाल-फिलहाल में हुये मुठभेड़ों के दौरान बाहर राज्य के शीर्ष माओवादी कैडर्स की यह रणनीति विफल होते हुये नजर आ रही है।
पुलिस को विश्वनीय सूत्रो से मिल रही आसूचना से यह बात सामने आ रही है कि वर्ष 2024 में तेलंगाना, उड़ीसा, महाराष्ट्र एवं अन्य प्रांत के सीनियर कैडर्स की हो रही र्दुगति को देखते हुये माओवादी संगठन के शीर्ष नेतृत्व में खलबली मच गई है, जिससे बाहर के माओवादी कैडर्स द्वारा स्थानीय माओवादी कैडर्स के ऊपर संदेह एवं शक करते हुये, उन्हे कई प्रकार से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिससे माओवादी संगठन में विश्वासघात व विद्रोह की स्थिति निर्मित हो रही है। उपरोक्त परिस्थिति में 06 सितम्बर, 2024 को जिला कांकेर के थाना परतापुर क्षेत्र अंतर्गत मलमपेंटा जंगल में राजनांदगांव-कांकेर डिवीजन के ACM विज्जा मड़काम को उन्हीं के खुद के माओवादी संगठन के नेतेलगू कैडर नेता विजय रेड्डी के ईशारे पर माओवादियों ने संगठन के साथ गद्दारी करने का आरोप लगाकर हत्या कर दिया गया।
माओवादी शीर्ष नेतृत्व द्वारा माओवादी संगठन के इन सभी अंदरूनी कलह से खुद के माअेावादी कैडर तथा जनता का ध्यान भटकाने के लिये ख़ुद के द्वारा मारे नक्सलियों को पुलिस मुखबिर/क्रान्तिकारी विरोधी/संगठन की गद्दारी करने जैसे मनगढ़ंत कहानी बताते हुये झुठे एवं तथ्यविहीन प्रेस विज्ञप्ति जारी की जा रही है।पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि विगत दिनों माओवादी संगठन को बस्तर संभाग अंतर्गत दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ईलाका में भारी क्षति उठाना पड़ा है, जिसके कारण प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी संगठन अभी दिशा-विहीन एवं नेतृत्व विहीन हो चुका है। बाहरी प्रांत के शीर्ष माओवादी नेतृत्व विगत 30-40 वर्षा से स्थानीय माओवादी कैडर्स को सिर्फ एक मानव सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल करते हुये करोड़ों-अरबो रुपयों की लूट-खसोट की गई है। अब स्थानीय माओवादी कैडर्स के सामने बाहरी माओवादी कैडर्स बेनकाब होते जा रहे हैं, जिसके कारण से मावोवादियों में आपस में विश्वासघात एवं विद्रोह की स्थिति बढ़ते जा रहा है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा यह भी बताया गया कि अब स्थानीय माओवादियों कैडर्स के पास हिंसा छोड़कर शासन के समक्ष आत्मसमर्पण करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है। बस्तर क्षेत्र के शांति, सुरक्षा एवं विकास के लिये यह उचित होगा की प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी सीपीआई माओवादी संगठन कुछ शीर्ष कैडर तथा उनके गिने-चुने समर्थकों की साजिश, चंगुल से बाहर आकर माओवादी कैडर्स समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर सुरक्षित एवं विकसित बस्तर की भागीदारी बने।
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बालको ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित किया 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
बालकोनगर, 10 सितंबर, 2024। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने ईसीसीई कार्यक्रम को बढ़ावा देने हेतु आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया। प्रशिक्षण नंद घर परियोजना के व्यापक उद्देश्य, बच्चों के बेहतर देखभाल को सुनिश्चित करते हुए नंद घर में पोषण और बेहतर वातावरण बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आवश्यक कौशल तथा ज्ञान प्राप्त करने पर केंद्रित था। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से आयोजित कार्यशाला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी प्रथाओं को शामिल करने और व्यवहार परिवर्तन की शुरुआत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण से ईसीएस कार्यक्रमों को लागू करने में सहायक हैं। 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (एडब्ल्यूडब्ल्यू) के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने का एक मंच के रूप में काम किया तथा नंद घर के बेहतर उपयोग को बढ़ाने के लिए विचारों के आदान-प्रदान को सुनिश्चित किया गया। 3 नंद घर के सदस्यों तथा 29 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा में इसकी भूमिका को समझना। नंद घर, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) के मॉडल को अपनाते हुए सर्वांगीण बाल विकास को बढ़ावा दे रहा है। प्रारंभिक बाल्यावस्था में बच्चों का उद्दीपन (ईसीएस), 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के संज्ञानात्मक, शारीरिक और सामाजिक विकास को उद्दीपन करने की तकनीक और अभ्यास में इसके महत्व के बारे में जानना। ऐसी तरीकों की खोज जो बच्चों के सर्वांगीण विकास का समर्थन करती हैं जिसमें नैतिक और भावनात्मक विकास भी शामिल है। नंद घर में अनुकूल सीखने का माहौल बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश। निरंतर उद्दीपन और सीखने को सुनिश्चित करने के लिए एक मासिक कार्यक्रम कैलेंडर तैयार करना। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को आकार देने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका और बचपन के विकास को बढ़ावा देने में उनकी जिम्मेदारी सुनिश्चित करना।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि सामुदायिक विकास कार्यक्रम कंपनी के दृष्टिकोण में शामिल है। हम छत्तीसगढ़ में विभिन्न नंद घर की मदद से बाल विकास का समर्थन कर समुदाय की भलाई को बढ़ावा दे रहे हैं। बच्चे इस देश की भविष्य है, कंपनी उनके विकास के लिए विभिन्न पहल संचालित करता है। वेदांता समूह दिल्ली हाफ मैराथन आयोजित कर रहा है जिसमें ‘रन फॉर जीरो हंगर’ के तहत वन किलोमीटर वन मील (भोजन) का प्रावधान है। कंपनी ने संकल्प लिया है कि प्रत्येक किलोमीटर पर नंद घर के बच्चों को वन मील (भोजन) मुहैया कराया जाएगा।
सुश्री रेणु प्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला और बाल विकास ने वेदांता बालको द्वारा संचालित नंद घर परियोजना की सराहना की। उन्होंने प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के लिए टीम के समर्पण की सराहना की जो एकीकृत बाल विकास सेवाओं को बेहतर तरीके से लागू करता है। 2 दिवसीय ईसीसीई प्रशिक्षण नंदघरों में बच्चों के अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चों को वह समग्र सहायता मिले जिसकी उन्हें बढ़ने के लिए आवश्यकता है। कार्यशाला बाल विकास को बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं की उपस्थिति और सहभागिता को बढ़ावा दे रही है।
खटखटियापारा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना देवांगन ने कहा कि मैं नंद घर प्रोजेक्ट द्वारा आयोजित दो दिवसीय ईसीसीई प्रशिक्षण के लिए बहुत आभारी हूं। कार्यशाला से हमने विभिन्न उपयोगी तरीके सीखे, जैसे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए दर्पण का उपयोग करना। प्रशिक्षण से नंद घर में बच्चों के साथ काम करने के नए आयाम का पता चला। मैं इसे उपयोग करने के लिए उत्साहित हूं। मुझे यकीन है कि इससे बच्चों की उपस्थिति बढ़ेगी और उनके विकास में भी सुधार होगा।
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कवि हीरामणी वैष्णव लहराएंगे आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान व दूरदर्शन में प्रदेश का परचम
अपने एल्युमिनियम से “अग्नि” और “पृथ्वी” जैसे मिसाइल में योगदान देकर मिसाल कायम करने वाले भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में प्रोसेस टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत प्रसिद्ध हास्य कवि हीरामणी वैष्णव नित नई साहित्यतिक उपलब्धियाँ हासिल करते जा रहे हैं। मात्र डेढ़ वर्षों के अल्प समयांतराल में अब तक छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल सहित कुल 9 राज्यों में अपनी कविता की प्रस्तुति दे चुके हीरामणी वैष्णव अब राजस्थान और आंध्रप्रदेश में भी अपनी कविताओं की प्रस्तुति देने जा रहे हैं।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा के तारक मेहता यानी शैलेश लोढ़ा के संचालन में शेमारू टीवी के बहुचर्चित शो “वाह भाई वाह” व दूरदर्शन सहित अन्य टीवी चैनलों में काव्यपाठ कर चुके श्री वैष्णव 11 सितंबर को कोरबा, 13 सितंबर को विशाखापट्टनम, 15 सितंबर को दूरदर्शन रायपुर, 21 सितंबर को बनारस, 25 सितंबर को लखनऊ, 26 सितंबर को जयपुर और 7 अक्टूबर को सीतापुर(लखनऊ) के कवि सम्मेलनों में प्रदेश का परचम लहराएंगे. उन्होंने बताया कि इन सारी सफलताओं में उनके माता-पिता, दादा और गुरुओं के साथ ही साथ बालको व बालको के सभी अधिकारियों व सहकर्मी भाईयों सहित इंटक यूनियन का योगदान अतुलनीय है.
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बघेल और बृजमोहन के अलावा मंत्री-विधायक भी विपक्ष के मुद्दों को दे रहे समर्थन : डॉ. महंत
विष्णुदेव साय की सरकार कौन चला रहा स्पष्ट करे भाजपा
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. चरणदास महंत ने रविवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मेरे द्वारा छत्तीसगढ़ में धान को लेकर जो सवाल उठाया है उस पर विष्णुदेव साय सरकार व उनको चलाने वाले किसी भी मंत्री या अन्य नेताओं का कोई भी स्पष्टीकरण नहीं आया है, बेहद दुखद बात है। डॉ. महंत ने सवाल किया है कि क्या साय सरकार ने मान लिया है कि भाजपा सरकार में 1 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है ? डॉ. महंत ने कहा कि प्रदेश में विपक्ष सकारात्मक भूमिका के साथ जनता के दुख दर्द और समस्याओं को प्रमुखता से उठा रहा है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं हैैैै। अब तो विपक्ष के साथ-साथ दुर्ग के भाजपा के सांसद विजय बघेल ने भी साय सरकार को अपने वादे निभाने का समरण कराया है। डॉ. महंत यहीं पर नहीं रुके उन्होंने प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता व आठ बार के विधायक और मंत्री रहे रायपुर लोकसभा के भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भी छत्तीसगढ़ में सीमेंट के एका एक बढ़े दर को लेकर सवाल उठाया है व प्रति बोरी 50 रुपए के दर से कीमत में जो वृद्धि हुई है उसे कम करने को कहा है। डॉ. महंत ने सवाल किया है कि मैं यह जानना चाहता हु 50 रुपये की वसूली आखिर किसके लिए हो रही है, कहीं चार राज्यों में चुनाव के लिए भाजपा सरकार फंड तो इकठ्ठा नहीं कर रही है? साय सरकार को जवाब देना चाहिए। डॉ. महंत ने यह भी कहा कि अब तो प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा के बयान और रायपुर उत्तर के विधायक पुरन्दर मिश्रा के द्वारा छत्तीसगढ़ में घट रहे अपराध को लेकर जो सवाल किया है उसका भी जवाब साय सरकार को देना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ के साय सरकार को आखिर चला कौन रहा है? यदि यह सरकार केंद्र के इशारे पर चल रही है तो लोकसभा के सदस्यों के सवालों का जवाब आखिर भाजपा क्यों नहीं दे रही है। डॉ.महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के बजाय जनप्रतिनिधियों को झूठे मामले में फंसाने सरकार तानाबाना बुन रही है। दुर्ग-भिलाई में बीती रात तीन युवकों की हत्या के मामले को दु:खद बताते हुए डॉ. महंत ने कहा कि प्रदेश में कानून की स्थिति बहुत खराब है, बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिन छत्तीसगढ़ में रहकर गये हैं, उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि छत्तीसगढ़ के खदानों को निजी हाथों में सौंपने के लिए आए थे या नक्सली उन्मूलन पर क्या कुछ उनकी भूमिका रही है उसे भी प्रदेश के जनता के सामने रखना चाहिए। डॉ. महंत ने कोरबा जिला व उससे लगे जिले में हाथी अभ्यारण्य बनाने की वकालत करते हुए कहा कि इस मुद्दे को बिना किसी राजनैतिक चश्मे से देखने के बजाय केंद्र व प्रदेश सरकार को इसमे ठोस पहल किया जाना चाइये जिससे क्षेत्र में हो रहे हाथी व मानव द्वंद को रोककर बड़ी जन व धन हानि को रोकने कारगर कदम उठाया जाए डॉ. महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास के नाम पर सात महीनों में सरकार ने कोई ठोस कार्य नहीं किया है जबकि इस सरकार को विपक्ष ने 6 महीने का पूरा समय दिया। अब तो प्रदेश हित में सडक़ से लेकर विधानसभा तक लड़ाई लडऩे कांग्रेस तैयार है। इस अवसर पर महापौर राजकिशोर प्रसाद,पीसीसी के संयुक्त महासचिव हरीश परसाई भी उपस्थित थे
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छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रत्येक जिलों में गौ विज्ञान परीक्षा के आयोजन हेतु मुख्यमंत्री के करकमलों से पोस्टर विमोचन –
छत्तीसगढ़ राज्य गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में स्कूली एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए गौ विज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का श्री गणेश पोला पर्व की पूर्व संध्या पर पोस्टर विमोचन के द्वारा प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में किया।
परीक्षा आयोजन की जानकारी देते हुए प्रांत संयोजक इरन्ना सपारे एवम प्रांत परीक्षा प्रमुख सुबोध राठी ने बताया कि विद्यालय एवम महाविद्यालय स्तर पर आयोजित यह परीक्षा 11 दिसंबर गीता जयंती के दिन पूरे प्रांत में एक साथ होगी।पूरे प्रदेश में 5 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे।परीक्षाओं में हर श्रेणी में प्रथम,द्वितीय,तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागियों को 12 जनवरी को आयोजित प्रदेश स्तरीय गौ सेवा संगम कार्यक्रम में पुरुस्कृत किया जाएगा।इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य स्कूली एवम कॉलेज के विद्यार्थियों के बीच गाय के प्रति प्रेम भाव जागृत करना है। साथ ही वर्तमान पीढ़ी को गाय का धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व समझाना है।आज एक बहुत बड़ी पीढ़ी गाय से विमुख है जिसके कारण कहीं ना कहीं समाज गोपालन से विमुख हो रहा है जिसके परिणामस्वरूप गाय सड़कों पर है। गायों के सड़कों पर आने से रोज सैकड़ों सड़क दुर्घटनाएं घट रही है जिसमें न सिर्फ गोवंश अपितु इंसानों की भी लगातार मौत हो रही है। गायों का स्थान किसान का घर है न की सड़क। गाय सिर्फ किसान के घर ही सुरक्षित रह सकती है । इस प्रकार गाय के सभी विषयों को लेकर आने वाले 5 महीने व्यापक जन जागरण अभियान संस्था के द्वारा चलाया जाएगा।इस अभियान में परीक्षा के साथ साथ, स्कूलों में गाय के महत्व की प्रदर्शनी, सेमिनार, व्याख्यान, गौ सेवा संगम सहित विविध आयोजन किए जाएंगे। इस आयोजन के माध्यम से प्रदेश के घर घर संपर्क कर गौमाता का महत्व समाज को बताया जाएगा।माननीय मुख्यमंत्री जी ने इस अभियान के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए प्रदेश जनों से इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा जुड़कर सहयोग करने का आग्रह भी किया है।
इस अवसर पर पूरे प्रदेश के आए हुए गौसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
पाली का बीडीएम कॉलेज में लगेगा व्यवहार-न्यायालय
कोरबा/पाली। पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र का सबसे पुराना एवं पाली ब्लाक मुख्यालय में स्थित 25 साल पुराना बीडीएम कॉलेज का क्या अब अस्तित्व मिट जाएगा। प्रशासन ने बीडीएम कॉलेज की करीब एक एकड़ जमीन को कोर्ट भवन के लिए अधिग्रहण की तैयारी कर ली है, उधर बीडीएम कॉलेज के संचालक प्रशांत मिश्रा ने कॉलेज के अस्तित्व पर खतरा मंडराने की आशंका पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह समझ से परे है कि तहसीलदार ने आखिर इसकी मंजूरी कैसे दी? तहसीलदार ने कलेक्टर को गलत जानकारी प्रेषित की है कि बीडीएम कॉलेज बंद हो चुका है, वहीं श्री मिश्रा ने बताया कि यूनिवर्सिटी में नए कोर्स के लिए आवेदन दिया गया है और अगले सत्र में बच्चों को प्रवेश के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है, ऐसे में यदि प्रशासन द्वारा बीडीएम कॉलेज की जमीन को कोर्ट भवन के लिए अधिग्रहित की जाती है तो बीडीएम कॉलेज का अस्तित्व मिट सकता है। श्री मिश्रा ने क्षेत्र के सबसे पुराने कॉलेज को बचाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र का सबसे प्रथम और क्षेत्र की पहचान बनाने वाला बीडीएम कॉलेज का अस्तित्व अब खतरे में दिखाई दे रहा है। पाली व्यवहार नालय हेतु बीडीएम कॉलेज की एक एकड़ से अधिक जमीन को प्रशासन द्वारा अधिग्रहित करने की तैयारी कर ली गई है। कलेक्टर ने इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।पाली विकासखंड मुख्यालय में स्थित क्षेत्र की उच्च शिक्षा के लिए जाना जाने वाला बीडीएम कॉलेज का अस्तित्व अब खतरे में दिखाई दे रहा है। 25 साल पूर्व इस कॉलेज की स्थापना इस सोच के साथ की गई थी कि पिछड़े हुए क्षेत्र के बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे। बीडीएम कॉलेज क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक पहचान भी है। इसके अस्तित्व को मिटाने अब प्रशासन अमादा है। यहां के पूर्व छात्रों एवं कांग्रेसजनों ने इसका विरोध किया है। प्रतिक्रिया देते हुए कॉलेज के डायरेक्टर प्रशांत मिश्रा ने कहा कि बीडीएम कॉलेज पाली-तानाखान विधानसभा क्षेत्र का सबसे पुराना कॉलेज है और यहां से सैकड़ों बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। इसके अस्तित्व को मिटाने से क्षेत्र की ऐतिहासिक पहचान मिट जाएगी। उन्होंने कहा कि कोर्ट का भवन जरूरी है और यह न्याय का मंदिर है, इसके लिए प्रशासन क्षेत्र में कई जगह उपलब्ध जमीन का अधिग्रहण करे और बीडीएम कॉलेज के अस्तित्व को न मिटाए। पूर्व छात्रों सहित कांग्रेसियों ने प्रशासन की इस कार्यवाही को न्याय संगत नहीं बताया है और इसका विरोध किया है।
व्यवहार न्यायालय के लिए भवन बन जाए, यह पाली वाले भी चाहते हैं और यह गौरव की बात है। पाली क्षेत्र का केन्द्र बिन्दु है और यहां व्यवहार न्यायालय की स्थापना न्याय जगत के लिए गौरव की बात है। वर्तमान में स्टेडियम के बाजू में स्थित शासकीय भूमि जिसमें कई लोगों ने अवैध कब्जा कर मकान बना लिया है। पहले पोड़ी में जगह की तलाश की गई लेकिन यहां के ग्रामीणों ने चयनित स्थल पर भवन बनाने पर आपत्ति दर्ज की। अब पाली में स्टेडियम के पास शासकीय भूमि जिसमें कई लोगों ने आवास बना रखा है एवं बीडीएम कॉलेज के भवन एवं भूमि को कोर्ट के लिए चयनित किया गया है। इसके लिए विधिवत प्रक्रिया पूरी की गई, दावा आपत्ति भी मंगाए गए और कई लोगों ने इस पर आपत्ति भी की। पर्याप्त दस्तावेज के साथ आपत्ति न मिलने के कारण प्रशासन ने लोगों की दावा आपत्ति को खारिज कर दिया और कोर्ट भवन के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया। कलेक्टर ने इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
लगभग ढाई दशक पूर्व पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए एक भी कॉलेज नहीं था। इसके लिए शासकीय कॉलेज की स्थापना के लिए लगातार मांग होती रही। प्रशासन के अनसुना एवं क्षेत्र की उपेक्षा के कारण शासकीय कॉलेज की स्थापना नहीं हो पायी, ऐसे में क्षेत्र के आदिवासी बच्चे, खासकर छात्राएं 12वीं की पढ़ाई के बाद पढ़ाई छोड़ देते थे, यह उनकी मजबूरी थी, क्योंकि आसपास क्षेत्र में एक भी कॉलेज नहीं था। क्षेत्र में नागरिकों एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की छात्राओं द्वारा विशेष मांग की गई, जिस पर सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा ने बीडीएम कॉलेज का संचालन प्रारंभ किया और गत 25 वर्षों से इसका संचालन श्री मिश्रा द्वारा किया जा रहा है। संसाधन के अभाव होने के बाद भी श्री मिश्रा इस ऐतिहासिक बीडीएम कॉलेज का संचालन लगातार जारी रखा। 25 वर्ष पूर्व जब इस कॉलेज की नींव रखी गई तो चारों तरफ खुशहाली दिखी, आदिवासी बच्चियों का सपना पूरा होने लगा। युवाओं में उत्साह देखा गया। सैकड़ों की संख्या में यहां से बच्चे बीए, बीएससी, बी कॉम की पढ़ाई करने लगे। इतना ही नहीं यहां की गुणवत्ता देखकर युनिवर्सिटी ने इसे परीक्षा केन्द्र भी बनाया। छात्रवृत्ति के जरिए आरक्षित वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा भी दी जा रही थी। पाली में शासकीय महाविद्यालय खुलने से और कोरोना काल में संसाधन और आर्थिक कारणों के कारण इस विद्यालय के संचालन में दिक्कत हुई, लेकिन प्रशांत मिश्रा ने बताया कि आगामी सत्र से यहां प्रवेश की तैयारी पूरी कर ली गई है, ऐसे में प्रशासन को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है, ताकि बीडीएम कॉलेज का अस्तित्व और क्षेत्र का गौरव बना रहे।
बीडीएम कॉलेज के डायरेक्टर प्रशांत मिश्रा ने बताया कि बीडीएम कॉलेज आज भी युनिवर्सिटी के वेबसाईट, पोर्टल और रिकार्ड में नियमित है और आगामी सत्र से यहां प्रवेश की प्रक्रिया हेतु पूरी तैयारी कर ली गई है। पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र के प्रथम महाविद्यालय को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है, इसके लिए प्रयास होना चाहिए ना कि अस्तित्व मिटाने की।
पाली-तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम से प्रतिक्रिया न मिल पाने के कारण उनके प्रतिनिधि कुलदीप सिंह मरकाम से बात की गई। उन्होंने बताया कि कोर्ट भवन के लिए बीडीएम कॉलेज भवन-जमीन अधिग्रहण किये जाने की जानकारी मिली है, लेकिन प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण के लिए पूरी प्रक्रिया अपनायी ही नहीं। इसके लिए जनसुनवाई होनी थी, लेकिन प्रशासन ने जनसुनवाई नहीं की और प्रभावित एवं लाभान्वित लोगों को अपनी बात रखने का मौका प्रशासन ने नहीं दिया। श्री मरकाम ने कहा कि बीडीएम कॉलेज पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र का पहला कॉलेज है, इसके लिए पुर्नस्थापना के लिए पहल होनी चाहिए , ना कि इसे पूर्णत: बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोर्ट भवन पाली के लिए अपरिहार्य है और प्राथमिकता के साथ इसका निर्माण हो, लेकिन बीडीएम कॉलेज भवन को अधिग्रहित नहीं करना चाहिए, खाली जमीन में इसका निर्माण हो। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि इसके लिए जनसुनवाई या त्रिपक्षीय वार्ता भी हो, ताकि क्षेत्र के लोगों को अपना पक्ष रखने का मौका मिले।बीडीएम कॉलेज प्रबंधन ने सत्र 2023-24 से डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के लिए युनिवर्सिटी को 5 हजार का डिमांड ड्राप्ट 18 जुलाई 2022 को जमा किया और नए कोर्स पीजीडीसीए, डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए एप्लाई किया है और आगामी सत्र से कॉलेज को पुन: प्रारंभ करने की तैयारी पूरी कर ली है। नए कोर्स प्रारंभ करने और कॉलेज को पुन: प्रारंभ करने प्रबंधन के प्रस्ताव दिए जाने के बाद युनिवर्सिटी की टीम आने वाली है, लेकिन प्रशासन द्वारा बीडीएम कॉलेज भवन को भी अधिग्रहित किये जाने की संभावना के कारण इस पर संशय का संकट आ खड़ा हुआ है। क्षेत्र को उच्च शिक्षा के लिए मार्ग प्रशस्त करने प्रशांत मिश्रा ने प्रशासन से बीडीएम कॉलेज भवन की 30 डिसमील जमीन को अधिग्रहण से मुक्त रखने की अपील की है।
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पुलिस व खिलाड़ी की भूमिका एक समान : यूबीएस चौहान
0 बाल्को स्टेडियम में खेल दिवस पर हॉकी मैच का आयोजन
भारत के महान खिलाड़ी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती खेल दिवस के अवसर पर बाल्को स्थित डॉ. अंबेडकर स्टेडियम में हॉकी मैच का आयोजन किया गया। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक आयोजित हुए इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों और क्लबों की हॉकी टीमों ने भाग लिया। आयोजन के मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान थे। इस अवसर पर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन् किया गया। हॉकी खेल में भारत को पहचान दिलाने में उनके योगदान और संघर्षों को स्मरण किया गया। अतिथियों का स्वागत उपरांत मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यूबीएस चौहान ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि खेल को खेल की तरह खेलना चाहिए, खेल में अनुशासन बनाये रखना दोनों टीमों का परम कर्तव्य होता है, खेल हमें स्वस्थ रखने के साथ-साथ अनुशासित भी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस व खिलाड़ी की भूमिका एक समान होती है। दोनों ही रक्षण और आक्रमण के लिए जूझते हैं। खिलाड़ी अपनी टीम को जिताने के लिए प्रतिद्वंदी टीम के प्रति आक्रामक भूमिका में रहता है, ठीक उसी तरह पुलिस के अधिकारी और जवान सज्जनों, आमजनों की रक्षा के लिये जूझते रहते हैं। बालको थाना के प्रभारी निरीक्षक अभिनवकांत सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर हॉकी मैच का शुभारंभ खिलाडिय़ों से हाथ मिलाकर परिचय प्राप्त करने के पश्चात मुख्य अतिथि के द्वारा कराया गया। रोमांचक मुकाबलों में ब्वॉयज टीम से जिला हॉकी संघ विजेता व बालको हॉकी टीम उप विजेता रही। गल्र्स टीम से प्रथम विजेता जिला हॉकी संघ और उप विजेता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साडा कन्या की टीम रही। विजेता और उप विजेता टीम को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। विशेष तौर पर जिला हॉकी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र जायसवाल, सचिव तारिक कुरैशी उपस्थित रहे।
इनके अलावा कोरबा जिला के सर्वश्रेष्ठ सभी खेल के नेशनल खिलाड़ी गगन बकवाले, तोपेश पटेल, देवेंद्र पटेल, आयुष महंत, मुस्कान यादव, हेमा, आलोक सागर, अंजली साहू, लवली साहू, महेंद्र चंद्रा,रिया श्रीवास को ट्रैक सूट भेंट कर सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर वरिष्ठ खिलाड़ी धनराज निर्मलकर, गोपाल दास महंत, प्रभात सिंह, चंदन मौर्य, महेंद्र चंद्र, नैतिक दास, चांदनी धुर्वे, रेशमी चौहान, बिंदु मार्को, महेंद्र पटेल, मनीषा दास का सराहनीय सहयोग रहा। हॉकी मैच का आनंद उठाने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय खेल प्रेमी और नगरजन उपस्थित रहे।
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आशा इकबाल महिला पत्रकार सम्मान से पांच राज्यों की आठ चुनिंदा महिला पत्रकार हुई सम्मानित
यादें मुकेश कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद विजय बघेल एवं विधायक रिकेश सेन के करकमलों से सम्मानित किया गया
रायपुर :-* दर्द भरे गीतों के बादशाह स्वर्गीय मुकेश चंद्र माथुर की 48 वें पुण्यतिथि के अवसर पर “याद ऐ मुकेश” का आयोजन हर साल की तरह इस साल भी भिलाई के सेक्टर वन स्थिति नेहरू कल्चरल सभागार में आशा इकबाल महिला पत्रकार सम्मान समारोह में देश के पांच राज्यों की 8 चुनिंदा महिला पत्रकारों को सम्मानित किया गया।
यह सम्मान समारोह 22 वर्षों से आयोजित यादें मुकेश की सांगीतिक प्रस्तुति के साथ गणमान्य नागरिकों की गरिमामय उपस्थिति में हुआ जहां मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग सांसद विजय बघेल अपने धर्मपत्नी श्रीमती रजनी बघेल के साथ शामिल हुए। इतना ही नहीं सांसद विजय बघेल ने अपनी आवाज में एक सु-मधुर गीत भी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वैशाली नगर विधायक रिकेंस सेन ने और छग श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष आसिफ इकबाल ने की कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने स्व. मुकेश चंद्र माथुर की तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
सर्वप्रथम अनेक स्थानीय कलाकारों ने महा गायक मुकेश चंद्र माथुर को श्रद्धांजलि देते हुए गीतों के नगमे पेश किये जिसके बाद मुख्य अतिथि सांसद विजय बघेल, विधायक रिकेश सेन, प्रदेश अध्यक्ष आसिफ इकबाल, प्रधान दैं. भारत भास्कर के प्रधान संपादक संदीप तिवारी, के हाथों सभी महिला पत्रकारों को स्मृति चिन्ह के रूप में मोमेंटो, अभिनंदन पत्र, शाल, श्रीफल, चांदी के सिक्के, थर्मस, डिजिटल टॉर्च आदि उपहार में भेंट किए गए।
गौरतलब है कि यह महिला पत्रकार सम्मान और यादें मुकेश कार्यक्रम इस्पात नगरी भिलाई के वरिष्ठ पत्रकार बी डी निजामी एवं उनके कर्मठ साथियों के टीम से सुसज्जित मीडिया ग्रुप भारत भास्कर भिलाई एवं एसआरजी (भिलाई इस्पात संयंत्र) की संयुक्त प्रस्तुति में संपन्न हुआ।
छत्तीसगढ़ के भिलाई रायपुर में आशा इकबाल महिला पत्रकार सम्मान की महत्वपूर्ण भूमिका यह प्रतिष्ठा सूचक सम्मान प्रदान करने का सिलसिला वर्ष 2013 से निरंतर जारी है वर्ष 2024 के 12 वें वर्ष में छत्तीसगढ़ सहित देश के पांच राज्यों छत्तीसगढ़, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं ओडिशा की आठ चुनिंदा महिला पत्रकारों को सम्मानित किया गया ।
चार राज्यों से इन्हें मिला सम्मान
आशा इक़बाल महिला पत्रकार सम्मान-2024 में चयनित (1)राजश्री राव यादव(नागपुर-महाराष्ट्र),(2)सेमिम सुल्ताना अहमद(गुवाहाटी-असम),(3)किरण दिनेश जैन(सिवनी-म.प्र. ),(4)मंजुला पटनायक(कोरापुट-ओडिशा),(5)बिजयालक्ष्मी(गंजाम-ओडिशा),(6)ममता लांजेवार(रायपुर-छ ग),(7)सिमरन पन्गरे(रायगढ़-छग) एवं(8)डॉ.रत्ना पांडेय(रायपुर-छग)को सम्मानित किया जावेगा। ये सभी 8 महिला पत्रकार प्रतिष्ठित अखबारों,इलेक्ट्रॉनिक एवं पोर्टल मीडिया में कई वर्षों से पत्रकारिता में सक्रियता से कार्यरत हैं।
उक्त कार्यक्रम में कल्याण संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहे जिसमें इंदर कोटवानी, टी. सूर्या राव, सुरेंद्र कपूर (काके), इजहार अहमद सिद्दीकी, अविनाश ठाकुर, राधेश्याम कोरी, अनिल आहूजा, निशा मसीह पूर्णिमा शुक्ला, शाहिन खान, आफताब आलम, प्रीति सरु, प्रीति सोनी, प्रकाश थवाईत, मालती देवी कुर्रे एवं अन्य पत्रकार साथी गण उपस्थित रहे। -
बालको ने मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए चलाया जागरूकता अभियान
बालकोनगर, 30 अगस्त, 2024। बरसात के बाद कई संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। बारिश के बाद घर के आसपास पानी के इकट्ठा होने से मच्छर पैदा हो जाते हैं इससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बालको अस्पताल के डॉक्टर के अनुसार बरसात के बाद संक्रामक मच्छर के काटने से डेंगू बीमारी की घटनाओं का खतरा सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। डॉक्टर ने बताया इसे लेकर लापरवाही करना जानलेवा हो सकता है।
बालको अपने समुदायिक विकास कार्यक्रमों की मदद से समुदाय के स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को पूरा करने के लिए कटिबद्ध है। कंपनी की मोबाइल हेल्थ वैन ने मलेरिया, डायरिया और कृमि से बचाव पर 12 जागरूकता सत्र आयोजित किये गए। इस जागरूकता अभियान में लगभग 5500 लोग शामिल हुए। सत्र का आयोजन 12 स्कूल और 18 समुदाय में आयोजित किए गए जिनमें क्रमशः 1485 स्कूली छात्र और 4000 समुदाय के सदस्य शामिल थे। इसके साथ ही 33 नंद घर में आंगनवाड़ी और समुदाय के लगभग 600 सदस्यों को मलेरिया और डायरिया की रोकथाम के बारे में शिक्षित किया गया। कंपनी की मोबाइल हेल्थ वैन टीम ने मरीजों के घर जाकर व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवा सहायता और आगे के चिकित्सा उपचार के लिए बालको अस्पताल की सुविधा से अवगत कराया।
बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक सिन्हा ने कहा कि डेंगू वेक्टर जनित रोग है जो मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलता है। डेंगू का शिकार होने पर व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मसल्स और जॉइंट्स में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी और स्किन पर रैशेज जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। सही समय पर इलाज ना मिलने से डेंगू घातक साबित हो सकता है। डेंगू होने पर लोगों का प्लेटलेट काउंट तेजी से कम हो जाता है तथा कई गंभीर मामलों में ब्लीडिंग भी हो सकती है। इसमें से किसी भी लक्षण पर डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
डॉ. सिन्हा ने कहा कि 100 आधुनिक बेड से युक्त बालको अस्पताल कंपनी के कर्मचारियों एवं उनके परिवारजन और विभिन्न जिलों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। हमारी विशेषज्ञ की टीम है जिसमें सामान्य चिकित्सक, फिजियोथेरेपिस्ट, दंत चिकित्सक, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञ और आर्थोपेडिक सर्जन के साथ 09 विजिटिंग कंसल्टेंट शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल को 14 रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर, 60 नर्स और 113 स्टाफ सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। नियमित जांच शिविर, जागरूकता शिविर आयोजित करने के साथ ही आयुष्मान भारत और सरकार द्वारा निर्धारित समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों का अनुसरण बालको अस्पताल में किया जाता है। बालको अस्पताल छत्तीसगढ़ के कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और जांजगीर चांपा जिलों से हर साल 2 लाख 10 हजार से अधिक रोगियों को सेवा प्रदान करता है।